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प्रगतिशील महिला एकता केंद्र सहित अनेक संगठनों ने अंकिता भंडारी, सुनीता के दोषियों को सजा दिलाने के लिए किया प्रदर्शन, डीएम भदौरिया को सौंपा ज्ञापन Progressive Women's Unity Center Rudrapur, protested to punish the culprits of Ankita Bhandari and Sunita, and submitted a memorandum to DM Nitin Singh Bhadauria

रुद्रपुर (ऊधम सिंह नगर) 18 सितंबर 2025। अंकिता भंडारी हत्याकांड की तीसरी बरसी के अवसर पर प्रगतिशील महिला एकता केंद्र रुद्रपुर के आह्वान पर 18 सितंबर को विभिन्न मजदूर -छात्र और सामाजिक संगठनों एवं ट्रेड यूनियनों के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट रुद्रपुर में प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तराखंड को ज्ञापन प्रेषित कर दरिदों को कठोरतम सजा सुनिश्चित करके अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने और सुनीता सहित सभी महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने हेतु न्यायहित में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की गईं। प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, रुद्रपुर की रविन्दर कौर की ओर से प्रेस को जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि, ज्ञापन के माध्यम से और प्रदर्शन करते हुए आवाज उठाई गईं कि 18 जुलाई 2022 को अंकिता भंडारी हत्याकांड ने उत्तराखंड की समस्त आम जनता को झकझोर कर रख दिया था। उक्त ह्रदयविदारक घटना को तीन वर्ष पूरे हो चुके हैं। किन्तु उत्तराखंड प्रदेश और पूरे देश में आज भी महिलाऐं सुरक्षित नहीं हैं। छोटी छोटी बच्चियों से लेकर बुजुर्ग महिलाओं तक के साथ में सामूहिक बलात्कार कर जघन्य हत्या करने की घटनाएं नित प्रतिदिन बढ़ती ही जा रहीं हैं। हर माता पिता अपनी बच्चियों की सुरक्षा को लेकर हर पल डर भय के साये में जी रहे हैं। ज्ञापन में कहा गया है कि न जाने कब,कौन सा दरिंदा उनकी मसूम बहन बेटियों को अपनी हवस का शिकार ना बना ले ?अंकिता भंडारी के साथ में उपरोक्त कुकृत्य करने वाले दरिंदों को निचली अदालत ने आजीवन कारावास की सजा दे ही। उक्त दरिंदों की अपील पर माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल में सुनवाई गतिमान है। ऐसे में उक्त दरिंदों को निचली अदालत द्वारा दी गईं आजीवन कारावास की सजा माननीय उच्च न्यायालय में भी बरकरार रहे, इसके लिए उत्तराखंड सरकार को पूर्ण क्षमता और जिम्मेदारी के साथ में पैरवी करनी होगी। साथ ही जिस वीआईपी नेता का नाम इस घटना में आया था, उसकी अब तक भी पहचान तक उजागर ना होना अत्यंत सोचनीय विषय है। इससे उत्तराखंड की न्यायप्रिय जनता दुःखी और क्रोधित है, जनभावनाएं आहत हैं। ज्ञापन के अनुसार महिलाओं के प्रति घटित हो रही ऐसी ही आपराधिक घटनाओं के क्रम में सिडकुल पंतनगर की डॉल्फिन कम्पनी की महिला मजदूर और डॉल्फिन मजदूर संगठन की अध्यक्ष सुनीता को जान से मारने के लिए कंपनी मालिक प्रिंस धवन, सुरक्षा हेड लाल सिंह गंगवार द्वारा निखिल गंगवार, सूरज पाल और हरपाल चौधरी को करीब डेढ़ लाख रूपये की सुपारी दी गईं है। जिसके क्रम में दिनांक 16/09/2025 को उक्त गुंडों द्वारा सुनीता व उनके पति को फोन करके डराया धमकाया गया। धमकी दी है कि श्रमिकों के श्रम न्यायालय काशीपुर आदि में चल रहे मुकदमों को यदि वापस न लिया गया तो वो सुनीता को जान से मार देंगे । अश्लील और गंदी गालियां देकर महिला सुनीता की गरीमा को ठेस पहुँचाई गई है। जिस पर सुनीता द्वारा थाना ट्रांजिट कैंप में तत्काल ही लिखित तहरीर दी गईं है। ज्ञापन में कहा गया है कि भारत देश की अदालतों में चल रहे मामलों को धमकी देकर वापस लेने को डॉल्फिन कंपनी द्वारा किया गया उक्त प्रकरण उत्तराखंड की शासन व्यवस्था और कानून व्यवस्था को एक गंभीर चुनौती है। इससे स्पष्ट है कि उत्तराखंड में गुंडा तत्वों और प्रिंस धवन, लाल सिंह गंगवार जैसे रसूलदार लोगों के होंसले कितने अधिक बुलंद हो चुके हैं। सुनीता भी अंकिता भंडारी की ही तरह गरीब मजदूर परिवार की बेटी है। इनकी भी शासन सत्ता में कहीं कोई पहुंच नहीं है। जबकि प्रिंस धवन और लाल सिंह गंगवार की हैसियत व शासन सत्ता में पहुंच पुलकित आर्य नामक दरिंदे से भी कहीं अधिक है। सुनीता और उनके परिजनों को उपरोक्त गुंडों से जानमाल का गंभीर खतरा उत्पन्न हो चुका है। इन सबके साथ में कभी भी जानमाल से अप्रिय घटना घटित हो सकती है। इसलिए इस प्रकरण में तत्काल हस्तक्षेप करना अति आवश्यक है। ऐसा ना हो कि सुनीता के साथ भी अंकिता भंडारी की तरह ही कोई ऐसी अप्रिय घटना घटित हो जाये! जिससे उत्तराखंड राज्य की जनता उबर ही ना पाये। यदि इसके बाद भी ऐसा हुआ तो इसके लिए डॉल्फिन कंपनी मालिक प्रिंस धवन, सुरक्षा हेड लाल सिंह गंगवार और उक्त गुंडों के साथ ही शासन प्रशासन भी पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा होगा। ज्ञापन के जरिये मांग की गई कि - (1) अंकिता भंडारी प्रकरण में न्याय सुनिश्चित कराने हेतु माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल में चल रही सुनवाई में उत्तराखंड सरकार पूर्ण क्षमता, जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ में दमदार पैरवी करे! (2) अंकिता भंडारी प्रकरण में शामिल वीआईपी का नाम उजागर करके उसे गिरफ्तार करके न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाये! (3) मजदूर महिला सुनीता को जान से मारने की धमकी देने, गरिमा को ठेस पंहुँचाने वाले उपरोक्त गुंडा तत्वों को और उन्हें सुपारी देने वाले प्रिंस धवन और लाल सिंह गंगवार को तत्काल गिरफ्तार किया जाये! (4) सुनीता और उनके परिजनों की जानमाल से सुरक्षा प्रदान की जाये! (5) यह आम जनभावना है कि महिलाओं के प्रति घटित होने वाले अपराधों की शिकायत कर रहीं पीड़ित महिलाओं और उनके परिजनों के प्रति आम तौर पर पुलिस का रुख असंवेदनशील और हतोत्साहित करने वाला होता। कई बार तो पुलिस तहरीर की रिसिविंग तक ना देकर खुलेआम अविधिक रुख का परिचय देती है। इसलिए ऐसे मामलों में पुलिस बल को संवेदनशील बनाया जाये! दोषी पुलिस वालों को सख्ती से दण्डित किया जाये! कार्यक्रम में प्रगतिशील महिला एकता केंद्र रुद्रपुर की नेत्री रविन्दर कौर, श्रमिक संयुक्त मोर्चा ऊधमसिंह नगर के अध्यक्ष दिनेश तिवारी, इंकलाबी मजदूर केंद्र के शहर सचिव दिनेश चंद्र, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के शहर सचिव शिवदेव सिंह, परिवर्तन कामी छात्र संगठन की युवा नेत्री खुशी, डॉल्फिन मजदूर संगठन की अध्यक्ष सुनीता, एरा श्रमिक संगठन के उपेंद्र राय, सी एस टी यू के महेंद्र, समाजसेवी सुब्रत विश्वास, पीपीआईडी के हरीश मौर्या, ऑटोलाइन इंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष जीवन लाल व दुर्गेश तिवारी, प्रेमवती, प्रेम पाल, अतर सिंह, बाबूराम, ओमप्रकाश, राजा बाबू,अमृत दास, हरपाल, रधुवीर कुमार, अमित कुमार, आदि साथी उपस्थित थे। विज्ञप्ति जारीकर्ता -रविन्दर कौर, नेत्री प्रगतिशील महिला एकता केंद्र, रुद्रपुर मो-7579232702

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