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हिमालयी पर्यावरण संस्थान का भ्रमण कर एसएसबी के अल्मोड़ा डीआईजी बौमबे ने ली जानकारी SSB's Almora DIG Bombay took information after visiting the Himalayan Environment Institute



अल्मोड़ा। एसएसबी अल्मोड़ा के डीआईजी डी.एन. बौमबे, डिप्टी कमांडेंट, डी.के. भटट् एवं एसिस्टेंट कमान्डेंन्ट एएन सोलंकी ने 2 फरवरी को गोविंद बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी कटारमल अल्मोड़ा के ग्रामीण तकनीकी परिसर का भ्रमण किया और उन्हें संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं ग्रामीण तकनीकी प्रभारी डा. अशोक कुमार साहनी ने संस्थान द्वारा किये जा रहे विभिन्न शोध एवं विकास कार्यों की जानकारी दी।

डा. साहनी ने संस्थान के ग्रामीण तकनीकी परिसर द्वारा विगत 22वर्षों से उत्तराखण्ड के किसानों की आजीविका वृद्धि हेतु किये जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की साथ ही संस्थान के ग्रामीण तकनीकी परिसर में प्रशिक्षण हेतु सारी सुविधाओं के बारे में भी अवगत कराया। संस्थान की वैज्ञानिक डा. हर्षित पंत जुगरान ने अधिकारियों को पिरूल का उपयोग कर बायोब्रिकेट एवं कागज बनाकर पीरूल से जंगलों में लगने वाली आग को कम करने के बारे में जानकारी दी एवं इस विषय पर संस्थान द्वारा किये जा रहे शोध कार्यों के बारे में भी जानकारी दी।

संस्थान में कार्यरत डा. दीपा बिष्ट एवं डी. एस. बिष्ट ने अधिकारियों को परिसर में प्रदर्शित विभिन्न कम लागत की सरल एवं पर्यावरण मित्र तकनीकों मॉडलों जैसे- पिरूल से कोयला, कागज, सजावटी सामान, इत्यादि बनाना, विभिन्न प्रकार की जैविक खाद (वर्मी कम्पोस्ट, बायोकम्पोस्ट, हीप कम्पोट, इत्यादि) तैयार करना एकीकृत मछली पालन, संरक्षित खेती जैसे- पौलीहाउस, पौलीटनल, नैट हाउस, इत्यादि, नदकी फसल, नर्सरी विकास, उद्यानीकरण विषय जानकारी प्रदान की।

डीआईजी डी.एन. बौमबे, एवं अन्य अधिकारियों ने संस्थान द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए इसे एस.एस.बी. से सेवानिवृत जवानों के लिए बहुत उपयोगी बताया तथा जन्द ही उन्हें संस्थान में इन तकनीकों पर प्रशिक्षण कराने की इच्छा जताई।

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