Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

इंकलाबी मजदूर केंद्र सहित अनेक संगठनों ने फिलिस्तीन में नरसंहार का किया विरोध, अमेरिका, इस्राइल का पुतला फूंका, नेतन्याहू को मानवता के खिलाफ अपराध में गिरफ्तार करने की मांग Several organizations, including the Revolutionary Workers Center, protested the massacre in Palestine, burning effigies of the US and Israel, and demanding Netanyahu's arrest for crimes against humanity




रुद्रपुर (ऊधम सिंह नगर) उत्तराखंड, 12 अक्टूबर (जि.सू.का.)।। इजरायल द्वारा फिलिस्तीन पर जारी नरसंहार के 2 वर्ष पूरे होने पर जियनवादी इजरायली शासकों व अमेरिकी साम्राज्यवादियों के फिलिस्तीनी जनता के नरसंहार के खिलाफ इंकलाबी मजदूर केंद्र (इमके), क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन (क्रालोस), सेंटर फार स्ट्रगलिंग ट्रेड यूनियंस और मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के तत्वावधान में सिडकुल की यूनियनों, मजदूर संगठनों, समाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शहर स्थित गांधी पार्क मे सभा की। सभा पश्चात इजरायली शासकों व अमरीकी साम्राज्यवाद का पुतला दहन किया गया।

सभा मे वक्ताओं ने कहा कि दो वर्ष पूर्व आज ही के दिन जब इजरायली जियनवादी शासकों ने फिलिस्तीन पर हमला कर दिया था । इस हमले से फिलस्तीन की जनता के जीवन और स्वाभिमान और जमीन को पुनः खघ्ून में डुबो देना शुरू किया। यह सिर्फ एक युद्ध नहीं था, यह एक सोची-समझ, योजनाबद्ध नरसंहार था और अब भी जारी है। इजरायली जियनवादी शासकों ने फिलिस्तीन पर सिर्फ बम नहीं गिराए, उसने एक पूरे राष्ट्र के सपनों, बच्चों, और सांस्कृतिक अस्मिता को कुचलने का काम किया है। इजरायली जियनवादी शासकों का यह घृणित कृत्य 1948 से ही जारी है।

इजरायली शासकों ने फिलस्तीनी जनता का कत्लेआम किया है। स्कूलों व अस्पतालों पर मिसाइलें दागकर  मलबे में बदला गया, पत्रकारों की आवाज को गोलियों से बंद किया गया, लाखों फिलिस्तीनी अपने विस्थापन को मजबूर कर दिए गए। मानवीय सहायता को रोकने के लिए नाकाबंदी और संचार माध्यमों पर प्रतिबंध लगाकर बच्चों, बूढों सहित लाखों फिलिस्तीनी जनता को भुखमरी में ढकेल कर अपने ही देश मे कैदी बना दिया गया।

यह सब किसी सुरक्षा के नाम पर नहीं, बल्कि एक नस्लवादी, जियनवादी, साम्राज्यवादी परियोजना के तहत किया गया, जो दशकों से फल-फूल रही है, और जिसे अमेरिका व पश्चिमी पूँजीवादी ताकतों का खुला समर्थन प्राप्त है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गजा से फिलिस्तीनी जनता को हटाकर वहां पर आधुनिक शहर विकसित करने की अपनी मंसा जगजाहिर कर दी है। फिलिस्तीन की जनता दशकों से स्वतंत्र राष्ट्र के लिए संघर्षरत है। वह इजरायली  शासकों , अमरीका व पश्चिमी साम्राज्यवादी ताकतों के खिलाफ आवाज बुंलद किये हुए है। जबकि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया भर से सताए गए यहूदियों को फिलिस्तीन की धरती पर बसाया गया, लेकिन उन्होंने 1948 से ही फिलिस्तीनियों, अरबों की हत्या और उनके घरों, प्रतिष्ठानों, खेतों इत्यादि को तबाह किया।

वक्ताओं ने कहा कि हम फिलिस्तीन की जनता के  प्रतिरोध को न्यायोचित मानते हैं और उसका समर्थन करते हैं। हम उन तमाम देशों और संस्थाओं की निंदा करते हैं जो इस नरसंहार के साझेदार हैं । जिन्होंने इजरायली शासकों को हथियार भेजे या फिलस्तीनी जनता के नरसंहार पर चुप्पी साधे हुये हैं। वक्ताओं ने कहा कि यह सिर्फ फिलिस्तीनी जनता की लड़ाई नहीं है, यह हमारी साझा लड़ाई है, हर उस जगह के लिए जहाँ राज्य दमन करता है, पूँजी लूटती है और साम्राज्य रौंदता है। हम फिलिस्तीनी जनता के साथ हैं।

वक्ताओं ने इजराइल द्वारा फिलिस्तीनी जनता के नरसंहार पर तत्काल रोक लगाने, स्थाई युद्ध विराम समझौते को तत्काल प्रभावी और स्थाई रूप से लागू कराने, इस्राइली डिफेंस फोर्सेस को तत्काल फिलिस्तीन से बाहर करने, फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र घोषित करने और इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहु को नरसंहार के आरोप में गिरफ्तार करके सजा देने की मांग की गई। सभा के अंत में इजरायली जियनवादी शासकों व अमरीकी साम्राज्यवादियों का पुतला दहन किया गया। एक स्वर से सभा में नारे लगाए गए, नरसंहार नहीं, आजादी चाहिए ! इजरायली जियनवादी सत्ता मुर्दाबाद ! फिलिस्तीन जनता का संघर्ष जिंदाबाद ! 

अमेरिका समर्थित इस्राइल द्वारा फिलिस्तीन में किए जा रहे नरसंहार और तबाही के विरोध में आयोजित इस प्रदर्शन में इंकलाबी मजदूर केंद्र (इमके) के सुरेंद्र, दिनेश, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन (क्रालोस) के शिवदेव सिंह, सोनू, शक्ति सरकार, दुर्गा प्रसाद, सेंटर फार स्ट्रगलिंग ट्रेड यूनियंस के मुकुल, धीरज जोशी, सावित्री, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा) के कैलाश, वेलराइज यूनियन के कृष्ण कुमार, एरा श्रमिक संगठन के महामंत्री दिनेश कुमार, इंटरार्क मजदूर संगठन के फिरोज, आटोलाइन इंप्लाइज यूनियन के राजेंद्र प्रसाद, करोलिया लाइटिंग यूनियन के हरेंद्र सिंह, डालफिन मजदूर संगठन के विजय पाल, भानु, भगवान दास, मंगलसेन, बाबू,राजकुमारी, प्रेमवती, राजश्री आदि तमाम जनपक्षीय लोग मौजूद थे।

विज्ञप्ति जारीकर्ता -- कैलाश भट्ट, शहर सचिव , इंकलाबी मजदूर केंद्र, रुद्रपुर मो. 74099 87150


प्रस्तुति: एपी भारती (पत्रकार, संपादक पीपुल्स फ्रैंड, रुद्रपुर, उत्तराखंड)

कृपया हमारी Facebook Profile https://www.facebook.com/ap.bharati.journalist देखिए, अपने सुझाव दीजिए ! धन्यवाद !

प्रेस / मीडिया विशेष - आप अपने समाचार, विज्ञापन, रचनाएं छपवाने, समाचार पत्र, पत्रिका पंजीयन, सोशल मीडिया, समाचार वेबसाइट, यूट्यूब चैनल, कंटेंट राइटिंग इत्यादि प्रेस/मीडिया विषयक कार्यों हेतु व्हाट्सऐप 9411175848 पर संपर्क करें।


#InqlabiMajdoorkendra #Rudrapur #Uttarakhand Udhamsinghnagar #USA #Israel #Palestine #WorldArthritisDay #InternationalDayagainstDRM #WorldHospiceandPalliativeCareDay #BabaSiddiqui #WorldHistoryofOctober12 #Demosthenes #EugenioMontale #AnatoleFrance #AksharaHaasan #ShaktiMohan #PaulHermannMüller

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ